विश्व विरासत दिवस
(World Heritage Day)
आज का दिन : 18 अप्रेल 2021
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World Heritage Day 2021 theme |
संयुक्त राष्ट्र के मुख्य घटक 'संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन' यानी यूनेस्को की ओर से विश्व विरासत दिवस पहली बार 1983 में मनाया गया। वर्तमान में विश्व स्तर पर इसे इंटरनेशनल काउंसिल ऑन मॉन्यूमेंट्स एंड साइट्स (आईसीओएमओएस) द्वारा मनाया जाता है।विश्व विरासत दिवस को International Day for Monuments and Sites के नाम से भी जाना जाता है।हमारे पूर्वजों की अनमोल वस्तुओं को संजोकर रखना और उनके प्रति लोगों को जागरूक करना ही विश्व विरासत दिवस या विश्व धरोहर दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य है।वर्ष 2021 में भी कोविड-19 (कोरोना वायरस) के प्रकोप के कारण अधिकांश देशों में विश्व विरासत दिवस संबंधी कार्यक्रम वर्चुअली मनाए जा रहे हैं। इंटरनेशनल काउंसिल ऑन मॉन्यूमेंट्स एंड साइट्स की ओर से 18 अप्रेल को वेबिनार का आयोजन किया गया है।देश में भी भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय और मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा विश्व विरासत दिवस पर संयुक्त रूप से एक वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है। इसका विषय रखा गया है- 'धरोहर- भविष्य के परिप्रेक्ष्य में'। इस वेबिनार में पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार की अतिरिक्त महानिदेशक रूपिन्दर बरार, इंफोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन पद्मश्री सुधा मूर्ति, प्रख्यात भारतीय शास्त्रीय गायकद्वय पद्मभूषण पंडित राजन मिश्रा व पंडित साजन मिश्रा, पर्यटन कम्पनी इंडियन इकोॉलजी के सीएमडी स्टीव बोर्गिया, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के सेवानिवृत्त संयुक्त महानिदेशक एस.बी. ओटा तथा यूनस्को के हेरिटेज एक्सपर्ट एवं आर्किटेक्ट निशांत उपाध्याय प्रमुख वक्ता के रूप में अपने विचार रखेंगे।इतिहास में जाएं तो एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन ने 1968 ई. में विश्व प्रसिद्ध इमारतों और प्राकृतिक स्थलों की रक्षा के लिए एक प्रस्ताव रखा था। इस प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र के सामने 1972 ई. में स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान रखा गया, जहां ये प्रस्ताव पारित हुआ।18 अप्रैल, 1978 ई. में विश्व के कुल 12 स्थलों को विश्व विरासत स्थलों की सूची में शामिल किया गया। यह कार्य 'यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज सेंटर' के तहत किया गया। इस दिन को तब 'विश्व स्मारक और पुरातत्व स्थल दिवस' के रूप में मनाया जाता था।
भारत के विश्व विरासत स्थल
वर्ष 1983 ई. में पहली बार भारत के चार ऐतिहासिक स्थलों को यूनेस्को ने ताजमहल, आगरा का किला, अजंता और एलोरा की गुफाओं को विश्व विरासत स्थलों की सूची में शामिल किया था। आज देश के अनेक महत्वपूर्ण स्थल यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल हैं। अब तक भारत के 38 स्थान विश्व विरासत सूची में स्थान पा चुके हैं।*विश्व विरासत दिवस-2021 का विषय/थीम*
Complex Pasts: Diverse Futures